गम तुम लाते हो ज़िंदगी में हमारे, वो ज़ख़्म आने हे नही देती, खुशी को तो एक पल में बिखेर देते हो तुम हमारी, वो तो खुशी को जाने हे नही देती, होश में ला-ला कर तुम होश उड़ाती हो हमारे, वो शराब तो होश में आने हे नही देती…
एक जहाँ माँगा था जिसमे बहोत सारा प्यार मिले, मगर दे दिया महखाना जहाँ बहोत सारी शराब :nail_care: थी एक कंधा माँगा था जिसका मुझे सहारा मिले, मगर दे दी ज़िंदगी जहाँ दुनिया भर की तन्हाई थी…