*मनुष्य में सुंदरता की*
*कमी हो तो अच्छे आचरण से*
*पूरी की जा सकती है ।*
*पर अच्छे आचरण की कमी हो*
*तो वह सुंदरता से पूरी नही*
*की जा सकती ।।*
*याद रहे, जिस वक्त हम किसी*
*का अपमान कर रहे होते है*
*उस वक्त हम अपना*
*सम्मान खो रहे होते है...,*
*सुप्रभात*