जीवन में सुख हो या दुख, सम्मान या अपमान, अंधेरा या उजाला, भीतर के तराजू को साधते चला जाए कोई, तो एक दिन उस परम संतुलन पर आ जाता है, जहां जीवन तो नहीं होता, अस्तित्व होता है; जहां लहर नहीं होती, सागर होता है; जहां 'मैं' नहीं होता, 'सब' होता है। " ~ ~ ओशो ...
अपनी कामवाली बाई को 31 मार्च तक छुट्टी दे दे। :thinking::thinking::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::thinking::stuck_out_tongue_winking_eye:
वो भी तो दस घरो में घूमती है:smiley::smiley::smiley::smiley:
बॉस से एक कर्मचारी का निवेदन: कृपया मेरी पत्नी को समझा दें कि work From Home का मतलब घर से काम होता है नाकि घर का काम :sob::tired_face::tired_face::tired_face::tired_face::tired_face::tired_face::tired_face: