EK Baar Insan Ne Koyal Se,
Kaha Tu Kali Na Hoti To Kitni
Achhi Dikhti, Sagar Se Kaha
Tera Pani Khara Na Hota
To Kitna Achha Hota, Gulab Se
Kaha Tujme Kante Na Hote
Tho Kitna Achha Hota, Tab
Teeno 1 Sath Bole Ke Hai,
Insan Tujh Me Dusro Ki “Kamiya”
Dekhne Ki Adat Na Hoti To Tu
Kitna Achha Hota.
*जलाराम एक बहुत बड़े दानवीर थे। उनकी ये एक खास बात थी कि जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे।*
*ये बात सभी को अजीब लगती थी कि ये जलाराम कैसे दानवीर हैं। ये दान भी देते हैं और इन्हें शर्म भी आती है।*
*ये बात जब कबीर जी तक पहुँची तो उन्होंने जलाराम को चार पंक्तियाँ लिख भेजीं जिसमें लिखा था* -
*ऐसी देनी देन जु* *कित सीखे हो सेन।* *ज्यों ज्यों कर ऊँचौ करौ* *त्यों त्यों नीचे नैन।।*
*इसका मतलब था कि जलाराम तुम ऐसा दान देना कहाँ से सीखे हो? जैसे जैसे तुम्हारे हाथ ऊपर उठते हैं वैसे वैसे तुम्हारी नज़रें तुम्हारे नैन नीचे क्यूँ झुक जाते हैं?*
*जलाराम ने इसके बदले में जो जवाब दिया वो जवाब इतना गजब का था कि जिसने भी सुना वो जलाराम का कायल हो गया।* *इतना प्यारा जवाब आज तक किसी ने किसी को नहीं दिया।*
*जलाराम ने जवाब में लिखा* -
*देनहार कोई और है* *भेजत जो दिन रैन।* *लोग भरम हम पर करैं* *तासौं नीचे नैन।।*
*मतलब, देने वाला तो कोई और है वो मालिक है वो परमात्मा है वो दिन रात भेज रहा है। परन्तु लोग ये समझते हैं कि मैं दे रहा हूँ जलाराम दे रहा है। ये सोच कर मुझे शर्म आ जाती है और मेरी आँखें नीचे झुक जाती हैं।*:pray::pray:
MAA : Beta Ager Meri Ankhain
Kharab Ho jaye to
tum kya karo ge?
Beta : Maa tumhain sheher
lejaon ga wahan ilaaj
kerwaon ga MAA : Ager phir bhi theek
nahui tou?... ...
Beta : Maa main paisay kharch
kerun ga tumhain
Bahir mulk le ja ker IlaaG
karwaon ga Maa has padi :)
Beta : Acha Maa ager meri
Ankhain kharab ho
jayen to tum kya karogi?
MAA : Mere LaaL main tujhe
apni ankhain de dungi .. No One is
better than Mother
Plz take care of your MOthers
Love yOu MAA ♥ ♥ ♥ ♥
rue love ki 8 nishaniya
1: aap unke sms baar baar padhte hai
2: aap unke samne aane se hichkichate hai
3: jab bhi aap unke baare me sochte ho to
aapka dil or tezz dhadkta hai
4: aap muskurate hai jab aapunki aawaz
sunte hai
6: aap unke liye kuch b kar sakte hai
7: ye post padhte waqt aapke dimag mai
unka hi khayal hai
8: Aur aap unko sochne mai itna kho gaye ho
ki aapko ye b nahi pata ki POINT NO. 5
missing hai
so u r in love
A girl loves her boy very much & asked him to marry her:
Boy: No sorry, Im marrying someone else..
Girl: Oh, I wish u very best of luck and stay happy,
I will move on.
Boy: No pls be my friend,
I need u..
Girl: That’s the problem u need me,
but u don’t want me..
Im sorry i cant be ur friend anymore.
Touching story :
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A boy and girl went for a walk.
While walking, boy hits his leg to a stone and starts bleeding.
He looks at her hoping that she would tear her dupata and wrap it around his leg.
She looks in his eyes and says..
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KAMINEY“Soch bhi mat! Designer suit hai..!”dekh kar nahi chal sakte kya??
SAD STORY IN LOVE
LADKA aur LADKI car me khamosi se
ja rahe the LADKA 1 Letter LADKI
ko deta hai LADKI Letter Padhne se
pehle hi LADKE ko kheti hai ki,Mujhe
aab tum se pyar nahi hai,Mai tumhe chhod
rahi hu.Achanak ek tez raftar wali car unki
car se takra gai LADKA usi waqt mar gaya,
LADKKI bach gayi phir LADKI ne wo Letter
khola
to uske ANKHON se ANSU gir pade.US Letter
me likha
tha "JIS DIN TUM MUJHE CHHOD DOGI USI WAQT
HI
MAI MAR JAUONGA"
PLEASE LIKE THIS.
Pappu hospital me 1 nurse se "I
LOVE YOU" Tumne mera dil chura
liya,
Nurse (sharmakar):" Chal jhuthe
.
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dil ko to
Haath bhi nahi lagaya..
.
.
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Hamne to "KIDNEY" churai hai..
Rahul mahato
7 such Dunia ke!
1.Apki Ankhe apke sharir ka wo hiss hain jinhe aap sabun se nhi dho sakte
2.Aap apne Baal nhi gin sakte
3.Apki Zuban apke saare danto ko nhi chu sakti
4.Sirf bewkuf Log hi pt.3 ko try karenge
5.Aap muskura rhe ho kyuki apki Zuban apke danto ko chu sakti he
6.Aap hans rhe ho kyuki aap bewkuf bn chuke ho
7.Aap ise aage send karoge kyuki Aap maza lena chahte ho dusro ko bewkuf banakar...
agar Apne like nhi kiya to aap...
Heart Touching....!
Kabhi pehli baar school jaane mein
darr lagta tha,
Aaj har rasta khud hi chunte hai..!!
Kabhi mummy-papa ki har baat
sacchi lagti thi,
Aaj unhi se jhooth bolte hai..!!
Kabhi chhoti si chot kitna rulati
thi,
Aaj dil toot jata hai phir bi sambhal
jaate hai..!!
Pehle dost bas saath khelne tak
yaad rehte the,
Aaj kuch dost jaan se zyada pyare
lagte hai..!!
Ek din tension ka meaning maa se
puchna padta tha,
Or aaj tension soulmate lagta
hai..!!
Ek din tha jab pal mein ladna, pal
mein manana to roz ka kam tha,
Aaj ek baar jo juda hue toh rishte
tak kho jate hai..!!
Sachi, zindagi ne bahut kuch sikha
diya..!!
Na jaane rabb ne humko itna jaldi
bada kyun bana Diya.....!
Pappu:" Raat ko hostle mein Light
jane ke
baad candle leke toilet ja raha tha
bechara..
.
. .
.
.
.
.
. Koi kambakhat phoonk maar kar
keh gaya..!!
Happy Birthday To You...
Happy Birthday To You...
Batao yaar Emergency ke waqt bhi
mazak..!!! .
.
Dost Saale...
Khaali Kaaghaz Pe Hurf Sajaaya Karta Tha
Tanhaai Main Sheher Basaaya Karta Tha
Kaisa Paagal Shakhs Tha Saari Saari Raat
Deewaaron Ko Dard Sunaaya Karta Tha
Ro Deta Tha Aap Hi Apni Baaton Par
Aur Phir Khud Ko Aap Hansaaya Karta Tha
Jalnay Lagti Lahoo Main Judaai Tou Ro Daita
Tanhaaion Ki Khaak Uraaya Karta Tha
Chehray Say Tera Rog Chupaata Tou Hans Daita
Aankhon Main Teri Yaad Manaaya Karta Tha..
Wo koi aur nai mai tha
aur meri prem pratigya jo dur ho gai mere se
*एक औरत अपने परिवार के सदस्यों के लिए रोज़ाना भोजन पकाती थी और एक रोटी वह वहाँ से गुजरने वाले किसी भी भूखे के लिए पकाती थी..।*
*वह उस रोटी को खिड़की के सहारे रख दिया करती थी, जिसे कोई भी ले सकता था..।*
*एक कुबड़ा व्यक्ति रोज़ उस रोटी को ले जाता और बजाय धन्यवाद देने के अपने रस्ते पर चलता हुआ वह कुछ इस तरह बड़बड़ाता- "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा..।"*
*दिन गुजरते गए और ये सिलसिला चलता रहा..*
*वो कुबड़ा रोज रोटी लेके जाता रहा और इन्ही शब्दों को बड़बड़ाता - "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा.।"*
*वह औरत उसकी इस हरकत से तंग आ गयी और मन ही मन खुद से कहने लगी की-"कितना अजीब व्यक्ति है,एक शब्द धन्यवाद का तो देता नहीं है, और न जाने क्या-क्या बड़बड़ाता रहता है, मतलब क्या है इसका.।"*
*एक दिन क्रोधित होकर उसने एक निर्णय लिया और बोली-"मैं इस कुबड़े से निजात पाकर रहूंगी।"*
*और उसने क्या किया कि उसने उस रोटी में ज़हर मिला दिया जो वो रोज़ उसके लिए बनाती थी, और जैसे ही उसने रोटी को को खिड़की पर रखने कि कोशिश की, कि अचानक उसके हाथ कांपने लगे और रुक गये और वह बोली- "हे भगवन, मैं ये क्या करने जा रही थी.?" और उसने तुरंत उस रोटी को चूल्हे कि आँच में जला दिया..। एक ताज़ा रोटी बनायीं और खिड़की के सहारे रख दी..।*
*हर रोज़ कि तरह वह कुबड़ा आया और रोटी ले के: "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा, और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा" बड़बड़ाता हुआ चला गया..।*
*इस बात से बिलकुल बेख़बर कि उस महिला के दिमाग में क्या चल रहा है..।*
*हर रोज़ जब वह महिला खिड़की पर रोटी रखती थी तो वह भगवान से अपने पुत्र कि सलामती और अच्छी सेहत और घर वापसी के लिए प्रार्थना करती थी, जो कि अपने सुन्दर भविष्य के निर्माण के लिए कहीं बाहर गया हुआ था..। महीनों से उसकी कोई ख़बर नहीं थी..।*
*ठीक उसी शाम को उसके दरवाज़े पर एक दस्तक होती है.. वह दरवाजा खोलती है और भोंचक्की रह जाती है.. अपने बेटे को अपने सामने खड़ा देखती है..।*
*वह पतला और दुबला हो गया था.. उसके कपडे फटे हुए थे और वह भूखा भी था, भूख से वह कमज़ोर हो गया था..।*
*जैसे ही उसने अपनी माँ को देखा, उसने कहा- "माँ, यह एक चमत्कार है कि मैं यहाँ हूँ.. आज जब मैं घर से एक मील दूर था, मैं इतना भूखा था कि मैं गिर गया.. मैं मर गया होता..।*
*लेकिन तभी एक कुबड़ा वहां से गुज़र रहा था.. उसकी नज़र मुझ पर पड़ी और उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया.. भूख के मरे मेरे प्राण निकल रहे थे.. मैंने उससे खाने को कुछ माँगा.. उसने नि:संकोच अपनी रोटी मुझे यह कह कर दे दी कि- "मैं हर रोज़ यही खाता हूँ, लेकिन आज मुझसे ज़्यादा जरुरत इसकी तुम्हें है.. सो ये लो और अपनी भूख को तृप्त करो.।"*
*जैसे ही माँ ने उसकी बात सुनी, माँ का चेहरा पीला पड़ गया और अपने आप को सँभालने के लिए उसने दरवाज़े का सहारा लीया..।*
*उसके मस्तिष्क में वह बात घुमने लगी कि कैसे उसने सुबह रोटी में जहर मिलाया था, अगर उसने वह रोटी आग में जला के नष्ट नहीं की होती तो उसका बेटा उस रोटी को खा लेता और अंजाम होता उसकी मौत..?*
*और इसके बाद उसे उन शब्दों का मतलब बिलकुल स्पष्ट हो चूका था-* *जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा,और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा।।*
*" निष्कर्ष "* ========== *हमेशा अच्छा करो और अच्छा करने से अपने आप को कभी मत रोको, फिर चाहे उसके लिए उस समय आपकी सराहना या प्रशंसा हो या ना हो..।* ==========
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मैं आपसे दावे के साथ कह सकता हूँ कि ये बहुत से लोगों के जीवन को छुएगी व बदलेगी.:pray::blush:
Maa: Beta Ager Meri Ankhain
Kharab Ho jaye to tum kya karo ge? Beta: Maa tumhain sheher le jaon
ga wahan ilaaz kerwaon ga. Maa: Ager phir bhi theek na hui tou? Beta: Maa main paisay kharch kerun ga
tumhain Bahir mulk le ja ker Ilaaz karwaon ga.. Maa hass padi..!! Beta: Acha Maa ager meri Ankhain kharab ho
jayen to tum kya karogi? Maa: Mere Lal, main tujhe apni ankhain de dungi..
No One is better than Mother!!
By: "V@ruN"
Chhoti si love story..!!
Ek dada aur dadi ne
Apni jawani ke dino ko fir se yaad kar ke manane ka socha,
Un hone faisla kiya ke hum phir darya kinare milenge
Dada subha jaldi uth kar tayyar ho ke
gulab le kar phoche par dadi nahi aayi..
Dada gusse me ghar pahoch,
tum aayi nahi, main intzar karta raha thmara
Dadi ne sharma kar kaha
maa ne jane nahi diya..!!
16-25 Year ki ladki Football ki tarah
hoti hai
"1 ke pichhe 22 log"
.
26-35 Year ki ladki Cricket ball ki tarah
hoti
hai
"1 ke hath aati hai baaki sab taali
bajate
hain"
.
36-45 Year ki ladki Tenniss ball ki
tarah hoti
hai
"1 kahta hai tu rakh, dusra kahta hai tu
rakh"
.
45 Year ke baad Golf baal ki tarah hoti
hai
"Jitni door jaaye utna achha lagta
hai...
Agree.. ???
..Must read..
Pappu ki master se hui ladai
.
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Master ne ki Pappu ki dhulai
.
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Pappu ka garam hua khoon
.
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Gaya kabristan ar kabar pe master ke
photo tang k likh diya
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COMING SOON
by rahul mahato
Hamara bhi tha koi chahne wala. Sanso me apni hame basane wala. Banana chahte the zindagi bhar ke liye unhe apna. Par khuda ko manjur na tha hamara ye sapna.
बिटिया बड़ी हो गयी, एक रोज उसने बड़े सहज भाव में अपने पिता से पूछा - "पापा, क्या मैंने आपको कभी रुलाया" ?
पिता ने कहा -"हाँ "
उसने बड़े आश्चर्य से पूछा - "कब" ?
पिता ने बताया - 'उस समय तुम करीब एक साल की थीं, घुटनों पर सरकती थीं। मैंने तुम्हारे सामने पैसे, पेन और खिलौना रख दिया क्योंकि मैं ये देखना चाहता था कि, तुम तीनों में से किसे उठाती हो तुम्हारा चुनाव मुझे बताता कि, बड़ी होकर तुम किसे अधिक महत्व देतीं। जैसे पैसे मतलब संपत्ति, पेन मतलब बुद्धि और खिलौना मतलब आनंद।
मैंने ये सब बहुत सहजता से लेकिन उत्सुकतावश किया था क्योंकि मुझे सिर्फ तुम्हारा चुनाव देखना था।
तुम एक जगह स्थिर बैठीं टुकुर टुकुर उन तीनों वस्तुओं को देख रहीं थीं। मैं तुम्हारे सामने उन वस्तुओं की दूसरी ओर खामोश बैठा बस तुम्हें ही देख रहा था। तुम घुटनों और हाथों के बल सरकती आगे बढ़ीं, मैं अपनी श्वांस रोके तुम्हें ही देख रहा था और क्षण भर में ही तुमने तीनों वस्तुओं को आजू बाजू सरका दिया और उन्हें पार करती हुई आकर सीधे मेरी गोद में बैठ गयीं। मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि, उन तीनों वस्तुओं के अलावा तुम्हारा एक चुनाव मैं भी तो हो सकता था। तभी तुम्हारा तीन साल का भाई आया ओर पैसे उठाकर चला गया,
वो पहली और आखरी बार था बेटा जब, तुमने मुझे रुलाया और बहुत रुलाया...
भगवान की दी हुई सबसे अनमोल धरोहर है बेटी...
क्या खूब लिखा है एक पिता ने...
हमें तो सुख मे साथी चाहिये दुख मे तो हमारी बेटी अकेली ही काफी है… . पोस्ट पसंद आया हो तो शेयर जरूर करें.......