वेश बदलकर भगवान्, वैश्य से पूछते हैं कि तुम्हारी नौका में क्या है वैश्य जवाब देता है कि मेरी नौका में तो सिर्फ "फूल, पत्ती और कपड़े हैं". वैश्य का जबाब सुनकर भगवान कहते हैं, "तथास्तु". और नौका में रखा सारा धन फूल पत्तों में बदल जाता है.
ऐसे ही तीन माह पहले प्रधानमंत्री ने भी लोगों पूछा था तुम्हारी तिजोरी में क्या छूपा हुआ है अगर ब्लैक मनी हो तो 30 सितम्बर तक घोषित कर दो और टैक्स चुका दो. लेकिन लोग बोले, "नहीं नहीं, हमारी तिजोरी में तो सिर्फ ही ''कागज ही कागज़'' है" प्रधानमंत्री मोदी बोले, "तथास्तु" और तिजोरी का कालाधन कागज के टुकड़ों में बदल गया.
हद तो तब हो गयी:joy: . . जब स्टेट बैंक के लाइन में खड़ी एक महिला ने जब दूसरी से पूछा की "बहन, आप कल भी यही साड़ी पहन कर आई थी?":yum::laughing::joy::joy::joy:
दंगल तीन दिन में लगभग 100 करोड़ ₹ कमाती है और विपक्ष कह रहा है कि नोटबन्दी से जनता परेशान है तो दंगल देखने वाले क्या मंगल ग्रह से आ रहे है ?:ok_hand::ok_hand::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye:
मोदी तेरी माया कोई समझ नहीं पाया
कल तक माँगने पर भी पेमेंट नहीं मिलती थी
और आज पार्टी सामने से फ़ोन कर रही है पेमेंट कहा लाकर देऊ :stuck_out_tongue_winking_eye::stuck_out_tongue_winking_eye::joy: